Friday 9 March 2012

स्विस के लिए खतरा बने बाबा रामदेव, चीन व रूस में भी रामदेव इफेक्ट

मित्रों इन दिनों स्विस सरकार व स्विस बैंक एसोसिएशन के लिए बाबा रामदेव सबसे बड़ा खतरा बनते जा रहे हैं| ध्यान दिया जाए तो पता चलता है कि बाबा रामदेव स्विस सरकार के लिए दुश्मन नंबर १ बन गए हैं|

UBS व स्विस सरकार ने बताया है कि इन दिनों स्विस बैंकों में जमा काले धन में पंद्रह लाख करोड़ डॉलर की भारी कमी आई है| इससे स्विस इकोनोमी को खतरा तो पैदा हुआ ही है, साथ ही आने वाले समय में भी संकट दिख रहा है| वहां की मीडिया में इसे रामदेव इफेक्ट के नाम से दिखाया जा रहा है|

स्विट्ज़रलैंड की चिंता लाज़मी है, क्यों कि अमरीका पहले ही अपना काला धन मंगवा चूका है| यहाँ तक कि पाकिस्तान जैसे देश ने भी मुहीम चला दी है| किन्तु अकेले भारत के काले धन से ही स्विस इकोनोमी चल सकती है| क्योंकि स्विट्ज़रलैंड में सबसे ज्यादा काला धन भारत का ही है| और बाबा रामदेव ने इस काले धन को पुन: भारत में लाने के लिए जन आन्दोलन खड़ा कर दिया है| स्विस सरकार की चिंता यह है कि यह आन्दोलन निरंतर मज़बूत होता जा रहा है|

इतना क्या कम था कि अब चीन व रूस ने भी कालेधन को वापस लाने के लिए मुहीम छेड़ दी है| चीन व रूस भी स्विस बैंकों में काला धन जमा करने वाले देशों की अग्रिम पंक्ति में खड़े हैं| अब ऐसे में एशिया के इन तीन बड़े देशों द्वारा जमा किया काला धन यदि स्विस बैंकों के हाथ से निकल गया तो स्विट्ज़रलैंड के बिकने की नौबत आ सकती है|

और यह सब संभव होता दिख रहा है बाबा रामदेव के अभियान से|

पिछले कई दिनों से रूस में लेनिन स्क्वायर पर रूसी लोग सामाजिक कार्यकर्ता ब्लादिमीर इलिनोइच के नेतृत्व में काले धन के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं| उनके इस प्रदर्शन से तंग आकर रूसी सरकार ने दो माह के भीतर काला धन वापस लाने का लिखित आश्वासन दिया है| ब्लादिमीर इलिनोइच ने बाबा रामदेव को अपना प्रेरणा स्त्रोत मानकर यह आन्दोलन शुरू किया है|

उधर चीन की सरकार भी चिंतित है| दरअसल मिस्र व लीबिया में हुई क्रान्ति के चलते चीनी सरकार को यह भय सता रहा है कि यदि देश का जनमत जाग जाए तो तानाशाहों को भी उखाड़ कर फेंक सकता है| अत: चीनी सरकार ने क़ानून बना कर स्विस सरकार से काले धन के सन्दर्भ में पूरा ब्यौरा माँगा है| साथ ही भ्रष्टाचारियों के लिए मृत्यु दंड का प्रावधान भी रखा है|

दुनिया के तानाशाह देश भी अब जनता से घबरा रहे हैं| किन्तु यहाँ भारत में लोकतंत्र होते हुए भी सरकार न केवल भ्रष्टाचार पर भ्रष्टाचार कर रही है अपितु इसके विरुद्ध आवाज़ उठाने वालों पर बर्बर अत्याचार भी कर रही है| 

और यह सब तब तक चलता रहेगा जब तक इस देश के बुद्धूजीवी अपना अपना बुद्धू कर्म करते रहेंगे| इन्हें अक्ल तब आएगी जब यह कांग्रेस इनके घरों में घुस कर इन्हें लूटना व पीटना शुरू करेगी| यही सब बुद्धू कर्म चलता रहा तो वह समय भी जल्दी ही आने वाला है| अभी NAC ने Communal Violence Bill संसद में पारित करवाने के लिए पेश कर दिया है| इन भ्रष्टों से भरी संसद में यह पारित भी हो जाए तो कोई आश्चर्य नहीं| इस विधेयक के बहाने ये हमें हिंसा का शिकार भी बनाएंगे, हमारी माँ-बहनों का बलात्कार भी करेंगे व हमारे खून पसीने की कमाई भी लूटेंगे|

परन्तु सरकार अपने इन घोर षड्यंत्रों में सफल नहीं हो सकेगी क्योंकि अब कांग्रेस को भी कहीं न कहीं देश की अवाम के जागने से चिंता हो ही रही है| कहीं न कहीं उसे भी Common Man का भय सता रहा है| अरब देशों में हुई क्रान्ति इस बात का सबूत है कि इंटरनेट के माध्यम से भी एक बहुत बड़ा व ताकतवर जनांदोलन खड़ा किया जा सकता है| भारत में भी इन दिनों फेसबुक, ट्विटर, ब्लॉग व अन्य वेब पोर्टल पर बाबा रामदेव के सुर से सुर मिलते दिखाई दे रहे हैं| देश का एक बहुत बड़ा पढ़ा लिखा व ताकतवर वर्ग इन दिनों सरकार के विरुद्ध एक अभियान चला रहा है| यह सब देखकर हम आश्वस्त हैं कि सरकार अपने काले षड्यंत्रों में कभी सफल नहीं हो सकेगी|

नोट : चीन और रूस से पहले ताइवान में भी बाबा रामदेव से प्रेरित होकर ऐसा ही जनांदोलन खड़ा हो चूका है| ये तो वे देश हैं जो मेरी जानकारी में हैं, इनके अतरिक्त और भी कई देश हो सकते हैं|

अंत में जाते हुए एक सरकारी पहल - बाबा रामदेव ने Currency Recall का भी एक मुद्दा उठाया है, जिसके अंतर्गत बड़े नोट (पांच सौ व हज़ार के) बंद होने चाहिए| सरकार ने चवन्नी से शुरुआत कर दी है| आज शायद बाज़ार में चवन्नी से कोई चीज़ खरीद पाना असंभव है, यह असम्भावना इसी कांग्रेस सरकार ने इस देश को महंगाई के रूप में दी है|

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